कबीरा तेरी लेखनी अब होने लगी बदनाम,
लिखती है क्यूँ सच ये जब चले झूठ से काम
चले झूठ से काम कसम क्यों गीता की खाए
कोई तो झूठ बोलता है कोई कानून को समझाए
लिखती है क्यूँ सच ये जब चले झूठ से काम
चले झूठ से काम कसम क्यों गीता की खाए
कोई तो झूठ बोलता है कोई कानून को समझाए